गभाना: तहसील अध्यक्ष वीरकरण फौजी की अगुवाई में जाट-जाटव समाज के बीच वर्षों पुराना विवाद हुआ समाप्त
रिपोर्ट: डॉक्टर शरद वार्ष्णेय, अलीगढ़, लाइव न्यूज100
पिसावा के गांव डेटा में हुई ऐतिहासिक पंचायत, 11 सदस्यीय समिति गठित
गभाना (अलीगढ़), रविवार।
सामाजिक सौहार्द और आपसी भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए पिसावा क्षेत्र के गांव डेटा में तहसील अध्यक्ष वीरकरण फौजी जी की अगुवाई में रविवार को एक अहम पंचायत का आयोजन किया गया। यह पंचायत विशेष रूप से दो समाज—जाट और जाटव—के बीच चल रहे लंबे समय से विवाद को समाप्त करने के लिए बुलाई गई थी।
वर्षों से छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर दोनों समाजों के बीच तनाव की स्थिति बनी रहती थी। लेकिन रविवार को आयोजित इस ऐतिहासिक पंचायत में तहसील अध्यक्ष गभाना वीरकरण फौजी जी ने दोनों पक्षों को आपसी समझदारी और भाईचारे की राह पर लाकर इस पुराने विवाद को सदा के लिए समाप्त करवा दिया।
पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि भविष्य में यदि कोई विवाद उत्पन्न होता है तो समाज के लोग सीधे पुलिस या अदालत की शरण में न जाकर गांव स्तर पर ही बनी एक 11 सदस्यीय समिति से संपर्क करेंगे। यह समिति पारंपरिक ग्राम पंचायत प्रणाली के अनुरूप काम करेगी और विवादों का समाधान गांव में ही आपसी बातचीत के माध्यम से निकालेगी।
इस अवसर पर मौजूद प्रमुख गणमान्य लोग:
मंडल उपाध्यक्ष कुमार मामा, मदनपाल मास्टर, सूबेदार, महावीर चाचा, जुगेंद्र मास्टर, बब्लू अली (नगर अध्यक्ष, चंडौस), यूनुस खान समेत अनेक ग्रामीणों ने इस सराहनीय प्रयास की खुले दिल से प्रशंसा की।
गठित 11 सदस्यीय समिति के नाम इस प्रकार हैं:
रामस्वरूप, भूरा ठेकेदार, गंगाशरण, धर्मवीर सिंह, ओमवीर सिंह, जगदीश, गिरिराज सिंह पहलवान, ओमवीर सिंह नेताजी, रामकिशन पंडित जी, धर्मेंद्र सिंह प्रधान जी, और चंद्रवीर मास्टर जी।
तहसील अध्यक्ष वीरकरण फौजी जी ने पंचायत में कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ विवाद खत्म करना नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को ऐसा माहौल देना है जिसमें वे प्रेम, भाईचारे और आपसी सहयोग से जीवन बिताएं।"
गांव में इस समझौते को लेकर हर्ष का माहौल है और ग्रामीणों ने इसे गांव के लिए ऐतिहासिक दिन बताया है। पंचायत की यह पहल न केवल समाज में भाईचारा बढ़ाएगी, बल्कि आने वाले समय में सामाजिक एकता की मजबूत नींव भी रखेगी।